दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश की विधानसभा का चुनाव चल रहा है। बीकानेर में भी उत्तरप्रदेश के बहुत से लोग मेहनत-मजदूरी के लिए आए हुए हैं। भवन निर्माण के कार्य में पीओपी करने वाले कुछ मजदूरों से जब पूछा गया कि वोट डालने नहीं जा रहे हो? उनका जवाब था कि ‘वोट डालने से हमें क्या मिलेगा!’ जब उन्हें वोट की महत्ता बताने की कोशिश की गई तो उन्होेंने कोई रुचि नहीं दिखलाई। आजादी के 64 साल बाद भी वोट के प्रति इस उदासीनता के भी अपने पुख्ता कारण हैं और इन कारणों पर विचार करने की जिम्मेदारी भी सभी पर है।
-- दीपचंद सांखला
11 फरवरी, 2012
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