Thursday, October 25, 2018

पैसा पैसा करती है तू रब से क्यों नहीं डरती है (4 नवंबर, 2011)

पिछले दिनों एक फिल्म आई थी ‘दे दनादन’। इस फिल्म का एक गाना इन दिनों बहुत लोकप्रिय है। यह लोकप्रियता का प्रमाण पत्र हम नहीं दे रहे हैं। लोकप्रियता का यह कयास इसलिए लगा रहे हैं कि माना जाता है कि टीवी चैनल उन्हीं गानों को बार-बार दिखाते हैं जो लोकप्रिय होते हैं। इसी फिल्म का एक गाना जो कैटरिना कैफ और अक्षयकुमार पर फिल्माया गया है, दिन में कई-कई बार अलग-अलग चैनलों पर देखने-सुनने को मिल जाता है। गाने के शुरुआती बोल हैं ‘पैसा पैसा करती है तू, रब से क्यों नहीं डरती है’ इस गाने के बोलों का एक मतलब तो यही होता है कि पैसों की भूख के मामले में अब केवल रब यानी ईश्वर का ही डर शेष रह गया है, शासन-प्रशासन का नहीं। अन्यथा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के क्रिकेटरों से लेकर अपने देश के क्रिकेटरों, मंत्रियों, बड़े नेताओं, बड़े-छोटे अफसरों, बड़े बाबू-छोटे बाबू, कांस्टेबिल तक रोज ही बिना रब से डरे पैसा लेते पकड़े नहीं जाते।
पाठकों से एक राय की जरूरत है कि क्यों नहीं सभी फोन-मोबाइल फोनों की कॉलर ट्यून और रिंगटोन इस गाने की पहली पंक्ति ही क्यों न कर दी जाय! और ऐसा कर दिया जाता है तो क्या यह पैसों की हाय तौबा कम होगी?
--दीपचंद सांखला
4 नवंबर, 2011

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