Thursday, October 25, 2018

जूही चावला और लता मंगेशकर (3 नवंबर, 2011)

खबर है कि फिल्म अभिनेत्री जूही चावला अपने घर के पास की बिल्डिंग पर लगे 14 मोबाइल टावरों से परेशान हैं। उनको शिकायत है कि इन टावरों से बड़ी मात्रा में रेडिएशन होता है, जिसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है।
अब यह तो जूही चावला ही थीं। आपको याद है कि नहीं बेहद संजीदा मानी जाने वाली लता मंगेशकर ने भी अपने घर के सामने बनने वाले सड़क पुल पर इसलिए ऐतराज किया था कि उस पुल के बनने के बाद जब उस पर से धुंआ छोड़तीं और हॉर्न बजातीं गाड़ियां गुजरेंगी तो उनके चैन में खलल पैदा होगा। लता ने तो लगभग धमकी भरे अंदाज में इसका विरोध किया था।
अब जूही चावला और लता मंगेशकर को यह समझाने-बताने की हिमाकत कौन करे कि जब वो अपना मोबाइल काम में लेती हैं या अपनी कार से आवागमन करती किसी अन्य पुल से गुजरती होंगी तो भी कई लोग प्रभावित होते होंगे। उन सबका खयाल तो इन्हें नहीं आया। या फिर इनकी वो ही मानसिकता है जो अमेरिका की है कि सारे सुखों को भोग कर उस भोगने की क्रिया से निकले कचरे को रेडिएशन और भविष्य के अन्य कई खतरों के भय से बचने के लिए तीसरी दुनिया के देशों से लगे समुद्र में जा फेंकता है।
--दीपचंद सांखला
3 नवंबर, 2011

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