Monday, July 17, 2023

अहम् तुष्टि का रिसाव

 शीतला गेट और उस्ता बारी के बाहर श्रीरामसर रोड पर कल मोहल्ले वालों ने रास्ता रोक कर गंदे पानी की निकासी की समस्या के समाधान की मांग की। इसके लिए मोहल्ले वालों ने न केवल रास्ता जाम किया बल्कि नगर निगम के आयुक्त को अपने साथ सड़क पर धरने पर बैठने को भी मजबूर कर दिया।

इस तरह की समस्याएं आए दिन सामने आती हैं। अकसर होता यही है कि जो कारण इस तरह की समस्याओं के पीछे दिखाया जाता है, उससे उलट कोई दूसरा कारण ही इनके पीछे होता है। ज्यादातर तो कोई पुख्ता कारण न होकर किसी व्यक्ति विशेष का या परिवार का या किसी छोटे समूह का अहम् ही इस तरह की समस्याओं की वजह होता है। इस तरह के अहम् का समाधान किसी के पास नहीं होता। अकसर देखा जाता है कि दो पड़ौसियों के बीच की बरसों से चली आ रही समरसता उनमें से किसी एक की सनक के चलते वैर में बदल जाती है।

ऐसे मामलों में सरकारी अमला भी उचित-अनुचित का निर्णय न कर किसी के अहम् को संतुष्ट करता दीखता है और रास्ता निकाला जाता है कि एक नाली रोड क्रॉस बनाकर दूसरी तरफ की नाली से जोड़ दी जाती है। ऐसा भी तभी संभव हो पाता है जब दूसरी तरफ का पड़ौसी ऐसा करने दे।

इस तरह के अहम् के चलते बनी क्रोस नालियां शहर में बहुत हैं जो राह चलतों के लिए परेशानी का कारण होती हैं, इसके अलावा भी क्रॉस नालियों का बार-बार टूटना उन पर लगे लोहे के पतड़े का उखड़ जाना, नाली में कचरा फंस जाने पर पानी और कीचड़ का सड़क पर आ जाना आम बात है। होना इसमें यही चाहिए कि इस तरह के अहम् को तुष्ट नहीं किया जाना चाहिए, सरकारी स्तर पर तो हरगिज नहीं।

―दीपचन्द सांखला

13 जून, 2012

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