Tuesday, April 25, 2017

बीकानेर जिले की कांग्रेस को आईना ( 04 अक्टूबर, 2011)

लम्बे समय के इन्तजार के बाद सत्ताधारी कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा हो गई है।
9 उपाध्यक्ष, 9 महासचिव, एक कोषाध्यक्ष और 39 सचिवों के साथ कुल 58 सदस्यों की इस कार्यकारिणी के अलावा कुछ औपचारिक-अनौपचारिक कमेटियों की घोषणाएं भी इसके साथ कर दी गई है। जिनमें कार्यकारी समिति के 32, स्थाई आमंत्रित 14, विशेष आमंत्रितों में पदेन की एक फेहरिस्त, अनुशासनात्मक समिति में अध्यक्ष सहित 6, समन्वय समिति में अध्यक्ष सहित 12 के अलावा एक नई फ्लैगशिप योजनाओं की मॉनिटरिंग कमेटी बनाई गई है जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित 32 सदस्य हैं।
उक्त फेहरिस्त सवेरे के अखबारों में चुकी है। आप सोच रहे होंगे इसे यहां गिनाने की जरूरत क्या है? आपका सोचना सही भी है।
राजस्थान में बीकानेर कई मायनों से महत्त्वपूर्ण है, आजादी के समय मर्ज हुए रजवाड़ों में इसका विशेष महत्त्व था, अब जिला मुख्यालय के साथ संभागीय मुख्यालय भी है। विधानसभा में भी जिले से सात विधायक हैं। स्थाई आमंत्रित सदस्यों में डॉ. बी.डी. कल्ला का होना तो पूर्व प्रदेशाध्यक्ष होने के नाते लाजिमी था्रजो कार्यकारिणीके 58 की घोषणा में आते भी नहीं है। 58 की घोषणा में बीकानेर से एकमात्र नाम सचिव के रूप में सलीम भाटी का है। कहा जाता है कि सलीम भाटी हनुमानगढ़ जिले की भादरा तहसील से हैं तथा कांग्रेस के ही एक संगठन सेवादल में प्रदेश स्तर की नुमाइंदगी पहले कर चुके हैं और एक अरसे से बीकानेर के कांग्रेसियों में उत्साही और सक्रिय हैं।
विशेष आमंत्रित सदस्यों को छोड़ दें तो राजस्थान के 32 जिलों से कार्यकारिणी के 58 और अन्य कमेटियों के 96 इस प्रकार कुल 154 सदस्यों में बीकानेर से मात्र 2 सदस्य हैं। यदि जिलों से समान नुमाइंदगी की बात करें तो बीकानेर से कम से कम 5 सदस्य होने चाहिएं।
आम चुनावी प्रतिनिधित्व के हिसाब से आजादी के बाद हुए लोकसभा-विधानसभा चुनावों में अनुपात के स्तर पर भी देखें तो बीकानेर जिले की लगभग 50 प्रतिशत नुमाइंदगी कांग्रेस से और बाकी के 50 प्रतिशत में निर्दलीय और अन्य सभी पार्टियों की रही है।
प्रदेश कांग्रेस के संदर्भ और प्रदेश कार्यकारिणी एवं अन्य कमेटियों के गठन के प्रकाश में बात करें तो मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा्रसातों विधानसभा, जिला प्रमुख, महापौर, नगर विकास न्यास अध्यक्ष, शहर कांग्रेस अध्यक्ष, देहात कांग्रेस अध्यक्ष की नुमाइंदगी और इन पदों के लिए दावा करने वालों के लिए यह आत्म विश्लेषण का हेतु भी बनता है कि क्या आपकी नुमाइंदगी और उक्त पदों के लिए आपके दावे वाजिब हैं।

वर्ष 1 अंक 39, मंगलवार, 04 अक्टूबर, 2011

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