Wednesday, December 26, 2018

सोनिया गांधी की आय (25 फरवरी, 2012)

एक खबर और है अखबारों में, जिसे टीवी और अखबार दोनों ने ही पर्याप्त सुर्खी नहीं दी। लेकिन है यह बहुत गंभीर मामला। सूचना के अधिकार के तहत आयकर विभाग से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की आय से सम्बन्धित चाही गई सूचनाएं देने पर सोनिया ने यह कहकर अपनी असहमति जताई है कि इससे उनको जान का खतरा हो सकता है। सोनिया ने यह भी कहा कि इस सूचना से जनहित का कोई लेना-देना नहीं है।
जिन महात्मा गांधी की राजनीतिक धरोहर को संभालने का दम कांग्रेस (यूपीए का प्रमुख घटक) भरती रही है उन्हीं गांधी ने सार्वजनिक जीवन में काम करने वालों के आचरण का शुद्ध और पारदर्शी होना जरूरी बताया है। शब्दकोशों के अनुसार आचरण का मतलब ‘समाज में एक-दूसरे के प्रति किया जाने वाला व्यवहार और चाल चलन’ बताया गया है और सार्वजनिक जीवन में सक्रिय किसी की भी आय का स्रोत समाज में एक-दूसरे के प्रति किये जाने वाले व्यवहार की श्रेणी में ही आता है।
आचरण के मामले में अब तक मिसाल मानी जाने वाली सोनिया गांधी की यह आना-कानी कई प्रकार के संशय और संदेहों को जन्म देगी। इसलिए इसे न केवल एक बड़ी खबर बनना चाहिए था बल्कि बहस का मुद्दा भी।
-- दीपचंद सांखला
25 फरवरी, 2012

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