Tuesday, October 30, 2018

देवानंद (5 दिसंबर, 2011)

सिनेमाई दर्शकों के एक बड़े समूह के चहेते देवानंद अब नहीं रहे। कल उनके देहांत के बाद लगभग सभी चैनलों ने पिछले कुछ वर्षों में प्रसारित देवानंद के साक्षात्कारों का पुनर्प्रसारण दिन भर किया। उससे लगा कि देवानंद एक कलाकार के साथ-साथ बेहद नपे-तुले और समझदार प्रतिक्रिया देने वाले इंसान भी थे। सुरैया के साथ अपने प्रेम संबंधों का जहां उन्होंने बेबाकी से जिक्र किया वहीं जीनत अमान से संबंधित प्रश्नों पर उनके जवाब संयमित थे। कारण शायद यह हो कि सुरैया से उनका प्रेम जीनत अमान के साथ के उनके इकतरफा प्रेम की तरह नहीं था। दूसरा, आज के जमाने के शाहरुख, सलमान और आमिर की तरह देवानंद के जमाने में भी दिलीप कुमार, राजकपूर और देवानंद की त्रिमूर्ति थी। देवानंद ने अपने इन दोनों समकालीनों से संबंधित सवालों के जवाब बेहद शालीनता से दिये और जिन प्रश्नों से विवाद हो सकता था उन्हें टाल दिया।
वहीं आज की शाहरुख, सलमान और आमिर की यह फिल्मी तिकड़ी अकारण ही एक-दूसरे के बारे में अनर्गल बोलती रहती है। हां, ऐश्वर्या की शादी के बाद सलमान की ऐश से सम्बन्धित मुद्दों पर शालीनता तारीफे-काबिल जरूर है।
--दीपचंद सांखला
5 दिसंबर, 2011

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